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RBI का नया नियम लागू : सभी बैंक खाता धारकों के लिए अनिवार्य, जानें क्या बदला

RBI ने नया नियम लागू किया है, ये सभी बैंक और सभी खाताधारकों पर लागू होगा, अगर आपका भी कोई बैंक कहता है तो ये आपके लिए बेहद जरूरी है की आप इस नियम को फॉलो करें, देखें नए नियम

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भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) देश की बैंकिंग प्रणाली को सुरक्षित और सुचारू बनाए रखने के लिए समय-समय पर नए नियम लागू करता है। सभी बैंक खाताधारकों के लिए इन नियमों की जानकारी रखना बहुत आवश्यक है, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की असुविधा या वित्तीय जोखिम से बचा जा सके। हाल ही में, दो महत्वपूर्ण नियम चर्चा में हैं जो सीधे आपके बैंक खाते और उसमें जमा राशि को प्रभावित करते हैं।

RBI का नया नियम लागू : सभी बैंक खाता धारकों के लिए अनिवार्य, जानें क्या बदला
RBI का नया नियम लागू : सभी बैंक खाता धारकों के लिए अनिवार्य, जानें क्या बदला

1. केवाईसी (KYC) अपडेट करवाना हुआ अनिवार्य

RBI के निर्देशों के अनुसार, सभी बैंक खाताधारकों के लिए अपने खाते का ‘अपने ग्राहक को जानें’ (Know Your Customer) यानी केवाईसी करवाना अनिवार्य है। यह नियम सभी बैंकों पर लागू होता है, चाहे आपका खाता SBI, PNB, HDFC या किसी अन्य बैंक में हो।

क्यों ज़रूरी है केवाईसी?

केवाईसी एक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से बैंक अपने ग्राहकों की पहचान और पते की पुष्टि करते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली का दुरुपयोग, जैसे मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी को रोकना है।

केवाईसी न कराने पर क्या होगा?

यदि कोई ग्राहक समय पर अपना केवाईसी अपडेट नहीं कराता है, तो बैंक उसके खाते से होने वाले लेनदेन पर अस्थायी रूप से रोक लगा सकता है। ऐसी स्थिति में आपको पैसे निकालने, जमा करने या किसी भी प्रकार का ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने में समस्या आ सकती है। खाते को दोबारा पूरी तरह से सक्रिय करने के लिए आपको केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि अगर आपका केवाईसी लंबे समय से अपडेट नहीं है, तो तुरंत अपनी बैंक शाखा से संपर्क करें।

2. बैंक में जमा राशि की सुरक्षा सीमा

यह एक और महत्वपूर्ण नियम है जिसकी जानकारी हर खाताधारक को होनी चाहिए। यह नियम आपकी जमा-पूंजी की सुरक्षा से जुड़ा है। ‘डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन’ (DICGC) के नियमों के अनुसार, किसी भी बैंक के दिवालिया होने या उसका लाइसेंस रद्द होने की स्थिति में, ग्राहकों को उनकी जमा राशि पर अधिकतम 5 लाख रुपये तक की ही सुरक्षा गारंटी मिलती है।

इसका क्या मतलब है?

इसका मतलब यह है कि अगर आपके किसी एक बैंक खाते में 5 लाख रुपये से अधिक राशि जमा है, तो भी बैंक के डूबने की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में आपको बीमा कवर के तौर पर केवल 5 लाख रुपये ही वापस मिलेंगे। यह नियम बचत खाते, चालू खाते, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और रिकरिंग डिपॉजिट (RD) सभी पर लागू होता है।

यह नियम ग्राहकों को प्रोत्साहित करता है कि वे अपनी बड़ी जमा राशि को एक ही बैंक में रखने के बजाय अलग-अलग बैंकों में बांटकर रखें ताकि उनका जोखिम कम हो सके।

संक्षेप में, सभी बैंक ग्राहकों को यह सलाह दी जाती है कि वे अपना केवाईसी समय पर अपडेट कराएं ताकि उनका खाता सक्रिय रहे और किसी भी लेनदेन में रुकावट न आए। साथ ही, अपनी जमा राशि की सुरक्षा के लिए 5 लाख रुपये की बीमा सीमा के नियम को भी ध्यान में रखें। इन नियमों का पालन करना न केवल बैंकिंग प्रणाली को सुरक्षित बनाता है, बल्कि आपके अपने खाते और जमा-पूंजी की सुरक्षा भी सुनिश्चित करता है।

Author
Rohit

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