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Fake Currency Case: खेत में बना तहखाना, प्रिंटर से छाप रहे थे नकली नोट | छापे में बरामद हुए ₹40 लाख

पुलिस ने एक हैरान करने वाला खुलासा किया है। खेत में बने गुप्त तहखाने में प्रिंटर से नकली नोट छापे जा रहे थे। छापेमारी में ₹40 लाख की फर्जी करेंसी बरामद हुई है। इतने बड़े गिरोह का पर्दाफाश होते ही इलाके में हड़कंप मच गया। जानें कैसे पकड़े गए आरोपी और कितने समय से चल रहा था यह खेल।

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fake currency factory busted 40 lakh counterfeit notes seized

गुजरात से नकली नोट छापने वाले प्रिंटर को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है, राज्य के दरअसल बनासकांठा जिले में पुलिस की लोकल क्राइम ब्रांच (LCB) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस द्वारा यह कार्रवाई डिसा तालुका के महादेविया गाँव में की गई है, जहाँ पुलिस ने मौके पर छापा मरकर करीब 40 लाख रूपये के नकली नॉट, पांच प्रिंटर और स्टेशनरी का सामान जब्त किया। इस दौरान पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जबकि एक आरोपी फरार हो गया।

महादेविया गाँव में पुलिस की बड़ी कार्रवाई

दरअसल नकली नोट छापने को लेकर पुलिस ब्रांच को सूचना मिली थी की महादेविया गाँव में एक खेत के तेहखाने में कुछ गिरोह द्वारा नकली नोट छापने का काम किया जा रहा है। जिसपर एक्शन लेते हुए पोलिस ने छापेमारी के दौरान संजय सोनी और कोशक श्रीमाली को गिरफ्तार कर लिया जबकि मालिक रायमल सिंह परमार मौके से फरार हो गया। जाँच के दौरान पूछताछ में दोनों ही आरोपियों में अपना जुर्म भी काबुल कर लिया।

बड़े पैमाने पर चल रहा था स्कैम

पुलिस जाँच में पता चला की यह आरोपी बड़े पैमाने पर नकली नोट तैयार करने में लगे हुए थे और इस गिरोह का मालिक रायमल सिंह परमार के खिलाफ पहले से 16 आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। इनमें आरोपी पर फिरौती, मारपीट, निषेध कानून का उल्लंघन जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।

इसपर गुजरात के कठोर सुरक्षा कानून (पासा एक्ट) के तहत भी कार्रवाई की जा चुकी है, वहीं जेल से बाहर आने के बाद रायमल सिंह ने संजय सोने के साथ मिलकर तहखाने के निर्माण कर नकली नोट छापने की फैक्ट्री शुरू कर दी। पुलिस ने यह भी बताया है की फरार आरोपी की तलाश तेजी से की जा रही है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

Author
Rohit

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