
इस महीने 7 सितंबर, 2025 यानी कल साल का आखरी व दूसरा चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। माना जाता है की जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, तो सूर्य की रोशनी चंद्रमा तक नहीं पहुँच पाती और धरती की छाया पृत्वी पर पहुँचती है जिसे चंद्र ग्रहण कहा जाता है। रविवार को लग रहा इस साल का आखरी चंद्र ग्रहण भारत के लगभग सभी शहरों में देखा जा सकेगा। यह ग्रहण 07 सितंबर को भाद्रपद पूर्णिमा और 8 सितंबर को देर रात समाप्त होगा।
यह एक पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा, जिससे आसमान में ब्लड मून का अद्भुद नजारा देखने को मेलगा। जबकि पितृपक्ष का समापन अमावस्या यानी महालया के दिन 21 सितंबर को आंशिक सूर्य ग्रहण, 2025 के साथ होगा जो एक बेहद ही दुर्लभ योग माना जा रहा है।
07 सितंबर होगा चंद्र ग्रहण
07 सितंबर को भारतीय समानुसार देश में चंद्र ग्रहण रात 09 बजकर 58 मिनट से शुरू होगा और इसका समापन 08 सितंबर को देर रात 01 बजकर 26 मिनट पर होगा। ब्लड मून का नजारा रात 11 बजे से नजर आएगा, यह ग्रहण रात 11 बजकर 42 मिनट पर अपने चरम पर होगा। ज्योतिषियों की माने तो चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सतूक काल लगता है, यानी 7 सितंबर को दोपहर 12:59 मिनट से सतूक काल शुरू होगा। इस दौरान मंत्र जाप करना चाहिए, साथ ही भगवान की मूर्तियों को स्पर्श और यात्राएं करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
भारत के किन शहरों में दिखेगा चंद्र ग्रहण
भारत में कल लगने वाले चंद्र ग्रहण देश के विभिन्न शहरों में देखने को मिलेगा। इनमें उत्तर भारत के दिल्ली, चंडीगढ़, लखनऊ और जयपुर, पश्चिम भारत के मुंबई, पुणे और अहमदाबाद वहीं दक्षिण भारत के चेन्नई, हैदराबाद, कोच्चि, बैंगलुरु, पूर्व भारत के कोलकाता, गुवाहटी और भुवनेश्वर और मध्य भारत के नागपुर, रायपुर और भोपाल शामिल है।
इन देशों में भी दिखेगा चंद्र ग्रहण
भारत के अलावा यह चंद्र ग्रहण 7-8 सितंबर को उत्तरी अमेरिका में पश्चिम, दक्षिण अमेरिका में पूर्व, प्रशांत, हिन्द और अटलांटिक महासागर, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, आर्कटिक और अंटार्कर्टिका में भी देखा जाएगा।